शराब के हानिकारक प्रभाव :-
शराब एक अत्यधिक मादक पेयपदार्थ है, इसका निरंतर सेवन करने वाला व्यक्ति शराबी बन जाता है। शराब में एल्कोहल पाई जाती है जो मनुष्य के तंत्रिका तंत्र को सबसे अधिक प्रभावित करता है।
- शराब हमारी प्रतिक्रिया समय को भी बढ़ा देता है। प्रतिक्रिया समय वह समय है जो हम आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया करने में लेते हैं ।सामान्य मनुष्य में प्रतिक्रिया समय 1 सेकंड का दो तिहाई भाग अर्थात 0. 6 6 सेकंड होता है। प्रतिक्रिया समय को बढ़ने से भयानक दुर्घटना होता है, इससे गाड़ी चलाने वाले शराबी की जान तो जाती ही है इसमें निर्दोष व्यक्ति की जान भी चली जाती है।
- शराब अथवा एल्कोहल (alcohol) का प्रथम प्रयोग कई लोग विशेष रूप से किशोरावस्था में करते हैं एवं समय के साथ सथ इसका प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करने लगते हैं।
शराब के अत्यधिक सेवन से कुछ महत्वपूर्ण हानिकारक प्रभाव इस प्रकार है –
- कार्यक्षमता का अपेक्षाकृत काफी घट जाना ।
- मानसिक विकार का उत्पन्न होना ।
- यकृत का खराब हो जाना ।
- हृदय संबंधी रोग होना, रक्तचाप का काफी बढ़ जाना एवं अचानक ह्रदय गति का रुक जाना ।
- जठर आंत्र विकार का उत्पन्न होना ।
- होश हवास खो देना, पारिवारिक कलह होना ।
- अपराधी प्रवृत्ति का बढ़ना तथा आर्थिक कठिनाई उत्पन्न होना ।
- कैंसर रोग का हो जाना आदि ।