टीकाकरण / प्रतिरक्षीकरण (Vaccination / Immunisation) : –
टीकाकरण एक ऐसी विधि है जिसमे किसी मरे हुए या अप्रभावी रोगजनक के एंटीजेन (प्रोटीन) की अल्प मात्रा शरीर के अंदर प्रवेश कराई जाती है।
- इन एंटीजेन्स द्वारा प्राथमिक प्रतिरक्षा अनुक्रिया (primary immune response) उत्पन्न होती है साथ ही प्रचुर मात्रा में लिंफोसाइट्स तथा एंटीबॉडी का निर्माण भी होता है।
- पुनः जब कोई स्वस्थ रोगजनक शरीर में प्रवेश करता है तब इन कोशिकाओं द्वारा उन रोगजनक को मार दिया जाता है।
- टीकाकरण की क्रिया से हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न किया जाता है और इसे उत्पन्न करने की क्रिया प्रतिरक्षीकरण (Immunization) कहलाती है।
टीका या वैक्सीन (vaccine) :-
- रोगजनक का एंटीजेन प्रोटीन टीका या वैक्सीन कहलाता है। यह memory – B तथा T – cells बनाती है । जब यह वैक्सीन शरीर में प्रवेश करता है तब इसके कारण शरीर में विभिन्न रोगों के प्रति प्रतिरक्षा पैदा करने की क्षमता आ जाती है।
- Recombinant DNA technology का उपयोग कर vaccine उत्पादन किया जाता है।
- एडवर्ड जेनर नामक एक अंग्रेज चिकित्सक ने सर्वप्रथम चेचक (small pox) के विरुद्ध 1796 में एक टीके की खोज की थी।
- कई वर्षों बाद लुइ पाश्चर ने 1885 मे रेबीज के टीके को प्रचलित किया।
- 1920 तक डिप्थीरिया, टायफायड, टेटनस, पोलियो, काली खांसी इत्यादि अनेक प्रकार के टीके उपलब्ध हुए।
- Bacteria या यीस्ट में pathogen के antigenic polypeptides का उत्पादन होता है। जैसे – Hepatitis – B vaccine यीस्ट द्वारा उत्पन्न होती है।
