ड्रग्स या मादक पदार्थ कुप्रयोग

ड्रग्स या मादक पदार्थ कुप्रयोग (Psychotropic drugs abuse) :-

कुछ पदार्थ जैसे- Opioids, Cannabinoids तथा Coca alkaloids नशीले पदार्थ होते हैं। इनका नशा शीघ्र चढ़ता है, ऐसे नशीले ड्रग्स को संवेदनमंदक पदार्थ करते हैं। इन्हें मादक पदार्थ, ब्राउन सुगर या नारकोटिक्स भी कहते हैं।

  • अधिकांश ड्रग्स पुष्पी पादपों तथा कुछ कवक से प्राप्त होते हैं। ऐसे पदार्थ खाने, सूंघने या इंजेक्शन के द्वारा लिया जाता है।
  • barbiturates, amphetamines, benzodiazepines तथा अन्य ऐसे ड्रग्स है, जो depression तथा अनिद्रा (insomnia) जैसी मानसिक रोगों (mental illnesses) वाले patients की सहायता के लिए medicines के रूप में उपयोग किए जाते हैं, इसका भी दुरूपयोग किया जाता है।
  • जब ये medicinal use की जगह दूसरे purpose से अधिक मात्रा में ली जाती है तब व्यक्ति के फिजिकल, pysiological तथा psychological क्रिया को बाधित कर देता है। इसे मादक पदार्थ कुप्रयोग या दुरूपयोग कहते हैं।
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चित्र 1 :- साथियों की टोली में मादक पदार्थों का सेवन ।

ओपिऑइड्स (Opioids) :-

ये ड्रग्स हमारे तंत्रिका तंत्र तथा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में उपस्थित विशेष ओपिऑइड रिसेप्टर से जुड़ जाते हैं।

  • हेरोइन जिसे सामान्यतः स्मैक कहते हैं, यह diacetylmorphine chemical है, जो सफेद, गंधहीन (odourless), कड़वा तथा दानेदार होता है।
  • हेरोइन, मॉर्फिन के acetylation से प्राप्त किया जाता है तथा मॉर्फिन पोस्ट पादप (poppy plant) – papaver somniferum के लैटेक्स से निकाला जाता है।
  • मॉर्फिन बहुत प्रभावी sedative तथा painkiller है और जिन patients की surgery हुई है, उनके लिए बहुत useful है।
  • इसे नाक द्वारा सूंघ कर (snorting) तथा injection द्वारा लिया जाता है।
  • हेरोइन एक depressant है, जो शारीरिक क्रिया को मंद कर देता है। इसलिए इसे मादक पदार्थ कहते हैं।

कैनाबिनॉइड्स (Cannabinoids) :-

ये रसायनों के वे समूह है, जो मुख्य रूप से मस्तिष्क में उपस्थित कैनोबिनॉइड ग्राहियों से परस्पर क्रिया करते हैं।

  • प्राकृतिक कैनाबिनॉइड्स कैनेबिस सैटाइवा (भांग) पौधे के पुष्पक्रम (inflorescences) से प्राप्त किए जाते हैं।
  • भांग के पुष्प शीर्ष, पतियों तथा resin के अलग – अलग संयोजन से marijuana, हशीश, चरस तथा गांजा बनाया जाता है।
  • यह अंतः श्वसन (inspiration) द्वारा तथा खाए जाने वाला मादक पदार्थ (ड्रग्स) है।
  • यह हृदय वाहिका तंत्र (Cardiovascular system) को प्रभावित करता है।

कोका ऐल्कोलॉइड या कोकीन (Cocaine) :-

यह कोका प्लांट Erythroxylem coca से प्राप्त किया जाता है, जो मूल रूप से दक्षिण अमेरिका का प्लांट है।

  • यह तंत्रिका – प्रेषक (neuro – transmitter) डोपेमीन (dopamine) के परिवहन में बाधा डालती है।
  • कोकीन, जिसे कोक या क्रैक कहा जाता है, प्रायः जोर से साँस द्वारा खिचा जाता है।
  • यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को stimulate करता है, जिससे सुखाभास (euphoria) तथा high energy की अनुभूति होती है।
  • इसका सेवन अधिक करने से विभ्रम (hallucinations) उत्पन्न हो जाता है।
  • Atropa belladonna तथा Datura में भी विभ्रम गुण होता है।
  • आजकल कुछ खिलाड़ी भी कैनाबिनॉइड्स का दुरूपयोग (abuse) करते हैं।

मादक पदार्थ के दुष्परिणाम (Harmful effects of Psychotropic drugs) :-

  • Drugs के excessive dose लेने से human coma में चला जाता है, श्वसन तथा हृदय failure या cerebral haemorrhage के कारण मृत्यु भी हो सकती है।
  • मादक द्रव्य व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र को ध्वस्त कर देते हैं।
  • इसपर निर्वर रहने वाले व्यत्ति की दृष्टि क्षीण होने लगती है।
  • श्रवण शक्ति क्षीण हो जाती है और हृदय रोग हो जाता है।
  • इन मादक द्रव्यों को एक ही सुई द्वारा बारी-बारी से साथियों के शरीर में प्रविष्ट कराए जाते हैं इससे एड्स जैसी घातक बीमारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है।
  • सोने तथा खाने के आदत में बदलाव, वजन तथा भूख में उतार – चढ़ाव आदि।

व्यसन से बचाव (Addiction prevention) :-

Say No Drugs Sig
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  • व्यसन से पीड़ित व्यक्ति के उपचार के लिए निरंतर धैर्यपूर्वक प्रयास करते रहना तथा सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करते रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि मादक द्रव्य का सेवन एकाएक रोक देने का परिणाम भयंकर हो सकता है।
  • व्यसनों से बचने का सबसे कारगर और सामान्य तरीका है युवावर्ग को मादक द्रव्यों के सेवन की भयंकर परिणामों के बारे में अवगत कराना। इसमें अभिभावकों, रिश्तेदारों, शिक्षकों, मित्रों, समाजसेवियों आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।
  • मादक द्रव्यों की चोरी-छिपे बिक्री पर सख्त रोक लगा दी जानी चाहिए। अपराधी के पकड़े जाने पर उन्हें सख्त से सख्त सजा देने का प्रावधान किया जाना चाहिए।
  • देश में ऐसे अनेक पुनर्वास केंद्रों की स्थापना हो चुकी है, जहां मादक द्रव्य के व्यसन से पीड़ित व्यक्तियों की मुक्ति दिलाने हेतु उचित उपचार की व्यवस्था एवं पुनर्वास की व्यवस्था की गई है।
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