जैव विविधता हॉट स्पॉट्स (Biodiversity hot spots) :-
जैव विविधता हॉट स्पॉट्स वे क्षेत्र है जहां जीव-जातियों (species ) की संख्या बहुत अधिक होती है तथा उच्च स्थानिकता (endemism) भी अधिक होती है।
विश्व में 34 जैव विविधता हॉट स्पॉट्स है। भारतीय महाद्वीप में तीन हॉट स्पॉट्स है। भारत के हॉट स्पॉट्स क्षेत्रों में मानव क्रियाकलापों के कारण स्पीशीज के विलुप्त होने का खतरा बना हुआ है।
भारत के दो हॉट स्पॉट्स के नाम एवं उनकी विशेषता (Name of two hot spots in India and their Speciality) :-
विश्व में मान्यता प्राप्त 18 हॉट स्पॉट्स (hot spots ) में से दो भारतवर्ष में है जहां अत्यधिक जैव विविधता पाई जाती है। ये हॉट स्पॉट्स है –
1. पूर्वी हिमालय (Eastern Himalayas) :-
उत्तर-पूर्व भारत, भूटान, नेपाल के मध्य और पूर्वी भाग में विश्व का सबसे ऊंचा हॉट स्पॉट्स पूर्वी हिमालय स्थित है।
- यह पर्वत श्रृंखला लगभग 750 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। यहां 163 जंतुओं की प्रजातियां होने का रिकॉर्ड है। जिसमे जंगली भैंस, एक सींग वाला गैंडा शामिल हैं।
- लगभग 10 हजार पौधों की भी प्रजातियां पाई जाती है, जिनमे 3160 स्थानिक है।
2. दक्षिण में पश्चिमी घाट (Western Ghats) :-
भारत के पश्चिमी किनारे पर पश्चिमी घाट जैव विविधता हॉटस्पॉट स्थित है। इस भाग में पर्णपाती वन और वर्षावन पाए जाते हैं।
- यहां संकटग्रस्त वनस्पतियां, मछलियां, उभयचर, रेप्टाइल्स तथा पक्षियों की कम से कम 325 प्रजातियां पाई जाती है।
- वनस्पति का यह क्षेत्र 43 हजार वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है।
- पश्चिमी घाट में उभयचरों की संख्या पूर्वी घाट से अधिक पाई जाती है।