
क्लोनिंग संवाहक क्या है? क्लोनिंग संवाहक के प्रकार तथा विशेषताएं क्या क्या हैं?
कटे हुए DNA को जिसके माध्यम से पोषी (Host) कोशिका में स्थानांतरित किया जाता है उसे क्लोनिंग संवाहक कहते है।
कटे हुए DNA को जिसके माध्यम से पोषी (Host) कोशिका में स्थानांतरित किया जाता है उसे क्लोनिंग संवाहक कहते है।
DNA को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटने वाले एंजाइम्स को प्रतिबंधन एंजाइम्स (Restriction enzymes) कहते है। सन 1963 में सर्वप्रथम बैक्टीरिया E. coli से प्रतिबंधन एंजाइम का खोज किया गया था।
आनुवंशिक अभियांत्रिकी जैव प्रौद्योगिकी की वह शाखा है जिसके द्वारा किसी भी जीव से DNA निकालकर किसी अन्य जीव के DNA या जीन्स के साथ मिलाया जाता है।
पुनः संयोजक डीएनए प्रौद्योगिकी (Recombinant DNA Technology) :- वांछित पौधे के डीएनए को विभिन्न विधियों द्वारा निकालकर उसे प्रतिबंधन एंजाइम की मदद से काटा जाता है फिर संवाहक (Vector) डीएनए के साथ लाइगेज एंजाइम की मदद से जोड़ कर रिकॉम्बिनेंट डीएनए प्राप्त किया जाता है। प्राप्त करने की ऐसी तकनीक को पुनः संयोजक डीएनए प्रौद्योगिकी…
जैव प्रौद्योगिकी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें औद्योगिक प्रक्रमों, सजीवों अथवा उनसे प्राप्त पदार्थों का उपयोग किया जाता है।