क्रमविकास (Evolution) का क्या अर्थ है?

क्रमविकास (Evolution) :-

वर्तमान जीव – जंतु की उत्पत्ति पूर्व स्थित अनेक जीव – जंतुओं से हुई है। ये पूर्वज अपेक्षाकृत सरल थे। धीरे-धीरे कई पीढ़ियों तक इनमें आनुवंशिक परिवर्तन होते गए। ये सभी परिवर्तन इनमें एकत्र होने के फलस्वरुप वर्तमान जीव – जंतुओं का उदय हुआ।

  • जीनी संरचना में परिवर्तन, शरीर में इनके कार्य प्रणाली, वातावरण के अनुसार जीवों में अनुकूलन, उनकी विभिन्नताएं कायम रहना आदि क्रमविकास के मूलभूत सिद्धांतों की महत्वपूर्ण बातें हैं।
  • जैव विकास एक अत्यंत धीमी प्रक्रिया है, बहुत सारे विकास आदिकाल में हो चुके हैं तथा कुछ कल्पना में निहित है जो इसकी सीमाएं हैं।

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