टीकाकरण (Vaccination) :-
टीकाकरण में रोगजनक का एंटीजेन्स प्रोटीन की अल्प मात्रा शरीर के अंदर प्रवेश कराया जाता है। इन एंटीजेन्स द्वारा प्राथमिक प्रतिरक्षा अनुक्रिया (primary immune response) होती है साथ ही प्रचुर मात्रा में लिंफोसाइट्स तथा एंटीबॉडी का निर्माण होता है। पुनः जब रोगजनक शरीर में प्रवेश करते हैं तब इन कोशिकाओं द्वारा रोगजनक को मार दिए जाते हैं।
- टीकाकरण की क्रिया से हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न किया जाता है और इसे उत्पन्न करने की क्रिया प्रतिरक्षीकरण (immunization) कहलाता है।
- रोगजनक का एंटीजेंस प्रोटीन टीका या वैक्सीन कहलाता है जब यह शरीर में प्रवेश करता है तब इसके कारण शरीर में विभिन्न रोगों के प्रति प्रतिरक्षा पैदा करने की क्षमता आ जाती है।
- एडवर्ड जेनर नामक एक अंग्रेज चिकित्सक ने सर्वप्रथम चेचक (small pox) के विरुद्ध टीका का खोज किया था।
- कई वर्षों बाद लुइ पाश्चर ने 1885 मे रेबीज का टीका प्रचलित किया। 1920 तक डिप्थीरिया, टायफायड, टेटनस, पोलियो, काली खांसी इत्यादि अनेक प्रकार के टीके उपलब्ध हुए हैं।
